हर लम्हा आपका ही नाम है! इससे मजाक मत समझ लेना! यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है! |
ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी! अब और सही जाये न यह दूरी! जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी! |
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई! सोचा क्या होगा इस खली दिल में! लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई! |
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है! हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में! तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है! |
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई! मौत तो सचाई है आनी है! लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई! |
अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते! हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर! पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते! |
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है! जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से! हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है! |
अपनापन भी कुछ ज्यादा है आपसे! न सोचेंगे सिर्फ उम्र भर के लिये! क़यामत तक दोस्ती निभाएंगे ये वादा है आपसे! |
याद रखना उसे जो निभा जाये! वादा आपसे करेंगे बहुत लोग! मगर दिल की बात कहना उससे जिसके बिना एक पल न रहा जाये! |
हाल-ऐ-दिल जुबान पर ला नहीं पाते! वो उतर गए हैं दिल की गहराइयों में! वो समझ नहीं पाते और हम समझा नहीं पाते! |
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई! कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे! मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई! |
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे! तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे! किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे! |
जिन्दगी में अपनों का साथ न छूटे! रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ! कि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे! |
चाहकर भी मैं उसको भूल पाया नहीं! चाहता तो था मैं उसको अपनाना! पर मैंने उसको कभी ये बताया नहीं! |
अपने पास तुम्हें हम बुलाना चाहते है! थक गए हम तुम्हें याद करते करते! अब हम तुम्हें याद आना चाहते है! |
प्यार का असर जरा देर से होता है! आपको लगता है हम कुछ नहीं सोचते आपके बारे में! पर हमारी हर बात में आपका ही जिक्र होता है |
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में! एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा! कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में! |
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया! हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये! हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया! |
ज़िन्दगी जुल्फ नहीं जो फिर से संवर जायेगी! जो ख़ुशी दे तुम्हें थाम लो दामन उसका! ज़िन्दगी रो कर नहीं हंस कर गुज़र जायेगी! |
प्यार में छलकता जाम हो तुम! सीने में छुपाये फिरते है हम याद तुम्हारी! मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम हो तुम! |
दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती! आँखें बयान कर देती है दिल की दास्तान! मोहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती! |
हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता! तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके! सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता! |
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है! लगने लगते है अपने भी पराये! और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है! |
अपने लिये तो प्यार एक इबादत है! न मिले उनसे तो मरकर बता देंगे! कि कितनी मुहब्बत है इस दिल में! |
वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था! सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को! पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था! |
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है! दिल टूटकर बिखरता है इस कदर! जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है! |
कौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिए! हो सकता है तरस आ भी जाये आपको! पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये! |
सूरज के सामने कभी रात नहीं होती! हम चाहते है जिन्हें जान से भी ज्यादा! वो सामने है पर बात भी नहीं होती! |
कुछ अपने और कुछ बेगाने होते हैं! प्यार से संवर जाती है जिंदगी! बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है ! |
उसकी चाहत के हम दिवाने निकले! जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा! उसके होठों से वक़्त न होने के बहाने निकले! |
आँखों को एक चाँद दिखा दिया आपने! हमें ज़िन्दगी तो दी किसी और ने! पर प्यार इतना देकर जीना सिखा दिया आपने! |
जिस पर वो कश्ती चलाते रहे! मंजिल मिले उन्हें यह चाहत थी मेरी! इसलिए हम आंसू बहाते रहे! |
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है! उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद! फिर भी हर मोड़ पर उसी का इन्तज़ार क्यों है! |
इस आशिक दिल का न ऐतबार करो! रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू! इतना न कभी किसी से प्यार करो! |
हर हवा खुशबू हमारी लाएगी! हम दोस्ती ऐसी निभाएंगे यारा! की हम न होंगे और हमारी याद तुम्हे सताएगी! |
झुकी निगाह को इकरार कहते है! सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं! कुछ खोने को भी प्यार कहते है! |
सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं! दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं! है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं! |
तभी तो हमारी आँखों में नमी है! कोई तो है जो भूल गया हमें! पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है! |
कुछ पाया पर बहुत गवाया है हमने! हर उस शख्स ने रुलाया है! जिसे भी हमने इस दिल में बसाया है ! |
बंदगी बन गए हो तुम मेरी! खुदा माफ़ करे मुझे आखरी आरजू बन गए हो तुम मेरी! |
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