Bewafai Shayari

Bewafai Shayari

  • न कोई सुबह है और न कोई शाम है!
    हर लम्हा आपका ही नाम है!
    इससे मजाक मत समझ लेना!
    यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है!



  • हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरी!
    ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी!
    अब और सही जाये न यह दूरी!
    जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी!



  • दिल टूटा तो एक आवाज आई!
    चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई!
    सोचा क्या होगा इस खली दिल में!
    लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई!



  • जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है!
    हम ने उदास रहने की आदत बना ली है!
    हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में!
    तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है!



  • याद में तेरी आँहें भरता है कोई!
    हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई!
    मौत तो सचाई है आनी है!
    लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई!



  • कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते!
    अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते!
    हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर!
    पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते!



  • जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
    मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
    जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
    हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!



  • हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे!
    अपनापन भी कुछ ज्यादा है आपसे!
    न सोचेंगे सिर्फ उम्र भर के लिये!
    क़यामत तक दोस्ती निभाएंगे ये वादा है आपसे!



  • भुला देना उसे जो रुला जाये!
    याद रखना उसे जो निभा जाये!
    वादा आपसे करेंगे बहुत लोग!
    मगर दिल की बात कहना उससे जिसके बिना एक पल न रहा जाये!



  • कुछ लिख नहीं पाते, कुछ सुना नहीं पाते!
    हाल-ऐ-दिल जुबान पर ला नहीं पाते!
    वो उतर गए हैं दिल की गहराइयों में!
    वो समझ नहीं पाते और हम समझा नहीं पाते!


  • कांटो सी चुभती है तन्हाई!
    अंगारों सी सुलगती है तन्हाई!
    कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे!
    मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई!



  • बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे!
    बड़ी दुआओं से पाया है तुझे!
    तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे!
    किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!



  • कोशिश करो की कोई हम से न रूठे!
    जिन्दगी में अपनों का साथ न छूटे!
    रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ!
    कि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे!



  • मैंने जो सोचा वो कभी पाया नहीं!
    चाहकर भी मैं उसको भूल पाया नहीं!
    चाहता तो था मैं उसको अपनाना!
    पर मैंने उसको कभी ये बताया नहीं!



  • अपनी यादों में हम तुम्हें बसाना चाहते है!
    अपने पास तुम्हें हम बुलाना चाहते है!
    थक गए हम तुम्हें याद करते करते!
    अब हम तुम्हें याद आना चाहते है!



  • कभी-कभी ऐसा भी होता है!
    प्यार का असर जरा देर से होता है!
    आपको लगता है हम कुछ नहीं सोचते आपके बारे में!
    पर हमारी हर बात में आपका ही जिक्र होता है



  • तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में!
    सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में!
    एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा!
    कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में!



  • दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया!
    रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया!
    हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये!
    हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया!



  • फिर न सिमटेगी अगर दोस्ती बिखर जायेगी!
    ज़िन्दगी जुल्फ नहीं जो फिर से संवर जायेगी!
    जो ख़ुशी दे तुम्हें थाम लो दामन उसका!
    ज़िन्दगी रो कर नहीं हंस कर गुज़र जायेगी!



  • फिजा में महकती एक शाम हो तुम!
    प्यार में छलकता जाम हो तुम!
    सीने में छुपाये फिरते है हम याद तुम्हारी!
    मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम हो तुम!


  • इकरार में शब्दों की एहमियत नहीं होती!
    दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती!
    आँखें बयान कर देती है दिल की दास्तान!
    मोहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती!



  • हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता!
    हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता!
    तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके!
    सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता!



  • क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
    एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
    लगने लगते है अपने भी पराये!
    और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!



  • उन्होंने जो किया ये शायद उनकी फितरत है!
    अपने लिये तो प्यार एक इबादत है!
    न मिले उनसे तो मरकर बता देंगे!
    कि कितनी मुहब्बत है इस दिल में!



  • प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था!
    वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था!
    सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को!
    पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था!



  • उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है!
    जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है!
    दिल टूटकर बिखरता है इस कदर!
    जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है!



  • हम रूठे तो किसके भरोसे!
    कौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिए!
    हो सकता है तरस आ भी जाये आपको!
    पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये!



  • सिर्फ चाहने से कोई बात नहीं होती!
    सूरज के सामने कभी रात नहीं होती!
    हम चाहते है जिन्हें जान से भी ज्यादा!
    वो सामने है पर बात भी नहीं होती!



  • जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है!
    कुछ अपने और कुछ बेगाने होते हैं!
    प्यार से संवर जाती है जिंदगी!
    बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है !



  • इस कदर हम यार को मनाने निकले!
    उसकी चाहत के हम दिवाने निकले!
    जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा!
    उसके होठों से वक़्त न होने के बहाने निकले!


  • हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने!
    आँखों को एक चाँद दिखा दिया आपने!
    हमें ज़िन्दगी तो दी किसी और ने!
    पर प्यार इतना देकर जीना सिखा दिया आपने!



  • वो नदियाँ नहीं आंसू थे मेरे!
    जिस पर वो कश्ती चलाते रहे!
    मंजिल मिले उन्हें यह चाहत थी मेरी!
    इसलिए हम आंसू बहाते रहे!



  • एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है!
    इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है!
    उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद!
    फिर भी हर मोड़ पर उसी का इन्तज़ार क्यों है!



  • उस अजनबी का यूँ न इंतज़ार करो!
    इस आशिक दिल का न ऐतबार करो!
    रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू!
    इतना न कभी किसी से प्यार करो!



  • हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी!
    हर हवा खुशबू हमारी लाएगी!
    हम दोस्ती ऐसी निभाएंगे यारा!
    की हम न होंगे और हमारी याद तुम्हे सताएगी!



  • दिल की आवाज़ को इज़हार कहते है!
    झुकी निगाह को इकरार कहते है!
    सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं!
    कुछ खोने को भी प्यार कहते है!



  • इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं!
    सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं!
    दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं!
    है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं!



  • आज किसी की दुआ की कमी है!
    तभी तो हमारी आँखों में नमी है!
    कोई तो है जो भूल गया हमें!
    पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है!



  • हर रिश्ते को अजमाया है हमने!
    कुछ पाया पर बहुत गवाया है हमने!
    हर उस शख्स ने रुलाया है!
    जिसे भी हमने इस दिल में बसाया है !



  • जिंदगी बन गए हो तुम मेरी!
    बंदगी बन गए हो तुम मेरी!
    खुदा माफ़ करे मुझे आखरी आरजू बन गए हो तुम मेरी!

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