Hindi Shayari

तुझे ही आना मुकद्रदर बनाते है हम
खुदा से पहले तेरे आगे सर झुकाते है हम
दोस्‍ती का रिश्‍ता कभी तोड ना देना
जिस रिश्‍ते के दम पर मुस्‍कुराहते है हम

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खुशी आपके लिये गम मेरे लिय
जिन्‍दगी आपके लिये मौन मेरे लिय
मुस्‍कुराना आपके लिये आंसू मेरे लिये
सब कुछ आपके लिए और आप सिर्फ मेरे लिये

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तेरी दोस्‍ती में इक नशा है
तभी तो ये सारी दुनिया हमसे खफा है
ना करों हमसे इतनी दोस्‍ती
कि दिल ही हमसे पूछे तेरी घडकन कहॅ हैं

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हर कभी तुझसे खुश्‍बू उधार मांगे
आफता तुमसे नूर उधार मांगे
रब करके तु दोस्‍ती ऐसी निभाये
कि लोग मुझसे तेरी दोस्‍ती उधार मांगे

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भूलाना तुम्‍हे ना आसान होगा
जो भूले तुम्‍हे वो नादान होगा
आप तो बसते हो रूह में हमारी
बाप हमें ना भूले ये आपका अहसास होगा

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अक्‍सर जब हम आपकों याद करते है
अपने रब से यही फरियाद करते है
अम्र हमारी भी लग जाये आपकों
क्‍योंकि हम आपकों खुद से ज्‍यादा प्‍यार करते है

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न कभी ये छुपाना कि प्‍यार कितना हैं
ना कभी ये जताना की दर्द कितना है
बस एक हमें उस खुदा को है मालूम
कि तूमसे मुलाकात की इन्‍तजार कितना है

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तन्‍हाई में फरियाद तो कर सकते हैं
बीाने का आबाद तो कर सकते है
क्‍या हुआ तुम्‍हे मिल नहीं सकते
लेकिन तुम्‍हे याद तो कर सकते हैं


आ आ कर तेरा ख्‍याल आये तो में क्‍य करू
रह रह कर तेरी याद आये तो मैं क्‍या करू
यू तो कहते है कि रोज होती है सपनों मूलाकात
मगर नींद ही ना आये ता मैं क्‍या करू

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रूठ कर तुम हमें भूलाने
लगे इतने दूर हो गये की बहुत याद आने लगे
जब भी हमें भूलाने की कोशिश की तुमकों
तुम ख्‍वाबों में आकर हमें सताने लगे

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रूठना मत हमें मनाना नहीं आता
दूर मत जाना हमं बुलाना नहीं आत
तुम हमें भूल जाओं तुम्‍हारी मर्जी
मगर हम क्‍या करें  हमें तो भुलना भी नहीं आता

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आप से खफा हो कर जायेगे कहा
आप जैसे दोस्‍त जायेगें कहा
दिल को तो कैसे भी समझा लेगें
पर आखों में आसूं छुपायेगें कहा

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माना ये दूनिया हमें भूल चुकी है
पर आप तो कभी याद की लिया करों
माना आपके आस पास सारी दुनिया है
पर कभी हमारी कमी का भी अहसास कर लिया करों

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तारों से कहो टिम टिमाना छोड दे
चॉद से कहो जगमगाना छोड दे
अगर आप आ नहीं सकते
तो आपकी यादों से कहो सताना छोड दे

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कलम उठाई है लफज नहीं मिलता
जिसको ढूढ रहे है वा शख्‍स नहीं मिलता
फिरते है वा जमाने के साथ
बस हमारे लिये उन्‍हे वकत नहीं मिलता

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